जय जीवदानी🕉️। ज्योतिष पर कायम है संसार। ग्रह नक्षत्रों की गणना के अनुसार जीवन चलते है। सभी कुंडलियों में कुछ अच्छे कुछ बुरे और कुछ ठीक ठाक योग होते हैं, लेकिन कई बार बहुत से लोगों की जन्मपत्रिका में ग्रह अच्छे नहीं होते…
उस पर से दशा महादशा साथ नहीं देती।ऐसी स्थिति में क्या जातक hopes छोड़ दे?
कई मेरे ज्योतिष भाई बहन ऐसी स्थिति में लोगों को निराश कर देते हैं, डरा देते हैं और रही सही हिम्मत भी जाती रहती है।
यहां पर मेरे विचार..
ग्रह को अपना काम करने दीजिए आप अपना काम कीजिये।
क्या भगीरथ धरती पर अपने प्रयत्नों से गंगा नहीं लाये?
मॉडर्न दुनिया में भी कर्मों द्वारा असंभव बातें सम्भव होती देखी गयी हैं।
जहाँ पर ग्रहों के सिक्के नहीं चलते वहाँ कर्म खरे सोने का काम करते हैं। प्रयत्न से परमेश्वर की भी प्राप्ति होती है। ढूँढने से ख़ुदा भी मिलता है।
कोशिशों का बेड़ा पार है।इच्छाशक्ति ईश्वर का दूसरा नाम है।
मैंने एक ऐसे ग्रुप को नाचते देखा था जिनके नीचे का शरीर था ही नहीं या सक्रिय नहीं था। और जब मैंने उनके ऊपर का शरीर का भाग देखा तो हैरान थी। इतनी खूबसूरत बॉडी बनाई थी। और व्हीलचेयर पर बैठकर बहुत ज़ोरदार डांस परफॉरमेंस दे रहे थे।
ग्रह ने अपना कमाल बेचारों के जीवन में कर दिया था लेकिन उन्होंने अपनी इच्छाशक्ति और अपनी कोशिशों का कमाल कर दिखाया था।
मैं स्टेज पर अपनी माँ की याद में एक नृत्य नाटिका करती हूँ, जिसमें मैं नाचके बताती हूँ कि कैसे मैं 20 बीमारियों से बाहर निकली। कहने वाले कह देंगे कि ये भी मेरे कर्मों में था, ठीक है, लेकिन क्या मुझसे प्रेरणा नही मिल सकती आपको?वो आपके कर्मों भी तो हो सकता है। क्या इस जीवन के कर्मों की पराकाष्ठा कर हम अपने आने वाले कई जन्म और इस जीवन को भी अच्छा नहीं कर सकते? कौनसी ऐसी समस्या है जिसका कोई समाधान न हो?
कमी है तो बस एक बार धारणा बनाने की।
मेरी शुभ कामनाएं आपके साथ हैं।👍
कामिनी खन्ना🌻