आज की जो चर्चा है ऐसा है कि हम हमारे सरकार के सहयोग से ८० हज़ार करोड़ लोगों को खाना प्रोवाइड करने में सक्षम होने वाले हैं…ये सुन कर बहुत अच्छा भी लगा और चिंता भी हुयी चिंता इसलिए हुयी कि इसका मतलब ८० हज़ार करोड़ लोग अब बेरोज़गार हो गए या पहले से बेरोज़गार थे…या हमारे देश में ग़रीबी रेखा के नीचे बहुत लोग रहते हैं…ऐसे में रोज़गार क्रिएट करना, रोज़गार क्रिएट करने के लिए शिक्षा प्रणाली को घर-घर तक पहुँचाना बेहद ज़रूरी हो गया है, हमारे प्रान्तों के लेवल पर जितने भी हमारे भाई-बहन कार्यरत हैं…वो रोज़गार क्रिएट करें…एक रोज़गार पाने वाले इंसान के लेवल पर सोचूं तो यदि उस रोज़गार से उस व्यक्ति का जीवन-यापन नहीं हो पा रहा है तो साथ-साथ अब समय आ गया है कि आप में जो गुण हैं, कोई तो गुण होगा…उच्च लेवल से लेकर पापड़ अचार बनाने तक, रोटी बनाने तक या कोई लकड़ी की, चीज़ लोहे की चीज़ या जो भी आपको आता है, आपको कुछ तो ज़रूर आता होगा… और ये सिर्फ़ आप जानते हैं कि आपको क्या आता है और इसके लिए आप अपने आप को तैयार कीजिये जो आपको आता है जो आपके पास गुण है उसको आपको इस काल में कैसे उस रोज़गार को पाते हुए जो हमें सरकार की तरफ से मिला है उसको साथ ले कर हमें उस काम को भी करना है…जो आपका गुण है…ताकि आपके जीवन में उन्नति का एक अवसर और भी प्राप्त हो जाये….हो सकता है आप सरकार की दी हुयी नौकरी में उन्नति प्राप्त कर लें…लेकिन आप के स्वयं के क्रिएट किये हुए बिजनेस में लघु उद्योग में उन्नति हो जाये तो घर-घर जा कर अपने हुनर को पहुंचा का प्रयत्न कीजिये।आज के जीवन में हर एक व्यक्ति के पास मुझे लगता है फ़ोन मोबाइल तो अवश्य होगा…अपनी बात लोगों तक पहुँचाना सीखिए…
मैं कामिनी खन्ना अपनी बात अभी भी लोगों तक पहुँचाने और स्वयं सीखने की क्रिया में हूँ, खुद कार्यरत हूँ कई कामों में, आप लोगों से हाथ जोड़ कर विनती करती हूँ…अगर हमारे देश को उन्नति करनी है…तो घर-घर में ये लघु उद्योग आपको अपनी नौकरी के साथ करने चाहिए। आप अपनी नौकरी छोडिये मत लेकिन उसमें गुज़ारा नहीं होगा…हो सकता है आपके पास एक अच्छी भली नौकरी हो…लेकिन तब भी उसके चलते आपको अपना लघु उद्यो
ग का पूर्ण उपयोग करके अपने कार्यों को बढ़ाना चाहिए, उससे आपकी उन्नति होगी…बच्चों को मार्ग मिलेगा, समाज की उन्नति होगी, उसके बाद राज्य की उन्नति होगी…और धीरे धीरे हमारा देश संपन्न हो जायेगा… हो सकता है इस बात को १५ से २० साल लग जायें संपन्न होने में…लेकिन ये मानसिकता अगर हम आज अपना लें…तो आते कुछ ही सालों में हम संवर जायेंगे…कोरोना से उबर जायेंगे…धन्यवाद, जय हिन्द, जय भारत🌻🌅🕉️
कामिनी खन्ना