Kahe Kaamini

एक विचार.. स्वाभिमान और अभिमान इन दोनों के बीच बहोत ही महीन रेखा होती है।

जय जीवदानी🌹एक विचार..स्वाभिमान और अभिमान इन दोनों के बीच बहोत ही महीन रेखा होती है।स्वाभिमान,अभिमान में परिवर्तित होने लगे तो समझिए आपका व्यक्तिमत्व अब प्यार भरा नही रहा।व्यर्थ ही आप स्वाभिमान की आड़ लिए अपने आपको न्याय संगत सिद्ध करना चाहते हो।और तब ही आप की उन्नति और सफलता के रास्ते बंद हो जाते है।जब […]

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दुनिया मे 3 ब्रम्ह है..नाद ब्रम्ह,अन्न ब्रम्ह,और पर ब्रम्ह

🌻जय जीवदानी🌻 दुनिया मे 3 ब्रम्ह है..नाद ब्रम्ह,अन्न ब्रम्ह,और पर ब्रम्ह,नाद यानी आवाज़,जो बोलते हो,समझके बोलो,अन्न,समझके जरूर खाओ,पर ब्रम्ह जो आपके अंदर विराजमान है आपके प्राण आत्मा,भान जरूर रखो,अज्ञानी मत बनो,समय बीत रहा है,उसको जीओ ,बिताओ नही🌻🌅🕉️शुभ दिन 🌹 मंगलमयी शुभ कामनाएं ❤️

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थकन है दोस्त..

थकन है दोस्त..क्या दो घड़ी तुम्हारे कांधे पर सुस्ता लूँ.भर आया है मन..क्या लग जाऊँ गले..रिश्ते को नाम न देना..बस वो लम्हा उधार ले लूँगी तुमसे..धन्यवाद नहीं कहूँगी..बतियाऊँगी भी नहीं..ख़ामोशी रहने देना..मनो को मजबूर मत करना..वो अहसान की भाषा..एक सहज इंसानी भावना..दोस्त हो न मेरे..बदनाम न करना..मुझे नहीं चाहिए मदद..दो आत्मीय आँखें..उनकी सहजता..मेरे हालातों से

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मेरे हिसाब से 324 डेज महिला के ही है.. Women’s Day Special 2021

मेरे हिसाब से 324 डेज महिला के ही है..वो घर संभालती है उसे कभी छुट्टी नही मिलती,घर की शान होती है स्त्री,आजकल देश विदेश के हर कार्यक्रम में स्त्रीया सबसे आगे है क्योकि वो स्वभावसे सहनशील और ईमानदार और मेहनती होती है,उसके यही तीन गुण उसे समाज में स्थान दिलाते है,स्त्री जगदम्बा का अंश है,उसमें

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योग लाने को योग स्वीकार करो..

😘🕉️🌻🌅🎻🌹🎼💕💃🌈🎹🌱🍃💦☂️☔🥀🎹Life is very beautiful …योग लाने को योग स्वीकार करो ,ध्यानसे मन संतुलित होता है ,मन एकाग्र करो शुभ दिन🌱☔☂️💦🍃🌅🌹🎼💕💃🌈🌻🎻🥳

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कुछ सुकून के दरिया बहने दो..

कुछ सुकून के दरिया बहने दो..ना हो कागज़ की कमजोर कशती..ना मझधार की उलझन..बस..एक दीर्घ सांसऔर बन्द आंखे..उतर गई जो भीतर..अपनी ही खोज..होंठों पर अनुभूतिका स्मित हास्य..और “ओम” का उच्चारण..मानो शरीर के दोनोंओर पंख लग गए थे..रोम में शाश्वत बस गए थे..बाकी सब कुछ पल को भूल गई..“कामिनी”इंद्रधनुष पर झूल गयी..कामिनी खन्ना

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आज की जो चर्चा है ऐसा है कि हम हमारे सरकार के सहयोग से ८० हज़ार करोड़

आज की जो चर्चा है ऐसा है कि हम हमारे सरकार के सहयोग से ८० हज़ार करोड़ लोगों को खाना प्रोवाइड करने में सक्षम होने वाले हैं…ये सुन कर बहुत अच्छा भी लगा और चिंता भी हुयी चिंता इसलिए हुयी कि इसका मतलब ८० हज़ार करोड़ लोग अब बेरोज़गार हो गए या पहले से बेरोज़गार

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फिर मेरे साथ एक दैविक घटना हुयी

जय जीवदानीजय श्री कृष्णाफिर मेरे साथ एक दैविक घटना हुयी जो मुझे आपके साथ शेयर करना है…मैं जन्माष्टमी आने से आठ दस दिन पहले से तैयारी शुरू कर देती हूँ…इस बार भी मैंने मंदिर साफ करना, सजाना शुरू कर दिया था…२५६ भोग लगता है हर साल मेरे घर लेकिन बिल्कुल कोई हेल्पर नहीं हैं मेरे

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पूर्वा चली और मदमस्त नार..

पूर्वा चली और मदमस्त नारसावन की छिड़ी फुहार..झूले के हिंडोलेसजना के सपनेमीठे बोल गाते है अपनेसिहरने लगी कुवारसावन की छिड़ी फुहार…मन कि उमंगेतन की तरंगेंआँचल का दिलअरमानो के दंगेलगाते है बड़ी गुहारसावन की छिड़ी फुहार..पपीहा बैरी मोर बांवराउसपरसे सैयां कारूप सावरारिमझिमसी आँखोकि बौछारसावन की छिड़ी फुहार…बस कर ..नटखटजतन कर झटपटमिलन हो कान्हा सेबैन हुए अटपटबिरहा

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आयुष्य एक कोड़े न उलगड़नारे..

आयुष्य एक कोड़ेन उलगड़नारेपरंतु त्यामध्येचराहून राहून डोकावतो माणूसरंगीत चित्र सगळ्यांना आवडतेआणि कोरे कागदकपाटात वाट बघतबसतातपुढे सरकवत नाही कोणीपुढे वाढावे लागतेचित्र खाडाखोडकरता करता रंगून जातेआयुश्याचा शोध..फक्त एक स्मित हास्य..गालताल्या गालातपापन्या खाली..आणि विचार भरारी आभाळात..कामिनी खन्ना

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